धन्य है परमेश्वर, जिस ने न तो मेरी प्रार्थना अनसुनी की, और न मुझ से अपक्की करूणा दूर कर दी है! Psalm 66:20 by Jesus - My Great Master · January 31, 2012 Share this:WhatsAppFacebookTwitterEmailPrintMorePinterestTumblrTelegramLinkedInRedditPocketLike this:Like Loading...
आओ हम झुककर दण्डवत् करें, और अपके कर्ता यहोवा के साम्हने घुटने टेकें! Psalm 95:6 December 20, 2011 by Jesus - My Great Master · Published December 20, 2011
यहोवा परमेश्वर मेरा बलमूल है, वह मेरे पांव हरिणोंके समान बना देता है, वह मुझ को मेरे ऊंचे स्यानोंपर चलाता है।। habakkuk 3:19 February 9, 2012 by Jesus - My Great Master · Published February 9, 2012